विदेशी को हींग का बीज बेचने पर मौत की सजा, फिर भी ले आया भारतीय, अब यहां होगी हींग की खेती
- 290Shares
बीज बेचने पर मौत – दुनियाभर में इसका जितना उत्पादन होता है उस उत्पादन के 40 प्रतिशत का इस्तेमाल भारत में किया जाता है । आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि इसका उत्पादन भारत में किया ही नहीं जाता । लेकिन अब एक सुकून देने वाली खबर आई है कि इंडियन कॉफी बोर्ड के सदस्य विक्रम शर्मा ने अपनी ओर से एक पहल की है । बिना किसी सरकारी सहायता या निजी संगठन की मदद के डॉक्टर विक्रम ने इसके बीज ईरान से मंगवाए हैं और चूंकि हींग की खेती के लिए जीरो से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तक का तापमान ठीक रहता है इसीलिए इसकी खेती की शुरुआत हिमाचल और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों से की जाएगी ।
अब आप किसान साथी भी सोच रहे होंगे कि आखिर हींग की खेती करने का फायदा क्या है तो किसान भाई आप इसे कुछ इस तरह से समझें कि आज अगर आप हींग खरीदने जाते हैं तो इसका मूल्य 35 हजार रुपए किलो तक है । इतनी ज्यादा कीमत ही आपकी आमदनी को बहुत बढ़ा देगी।
अगर किसान इसकी खेती करते हैं तो इसकी फसल को ना तो जंगली जानवर और ना ही आवारा जानवर नुकसान पहुंचा पाते हैं । यानि किसान जितनी मेहनत करेगा उसका पूरा पूरा मुनाफा उसे मिलेगा।
Also read this किसानो के लिए सुनहरा मौका , हींग की खेती कर पाए 40000 प्रति किलो
आयुर्वेद भारतीय चिकित्सा और मसालों में इसका बहुतायत में इस्तेमाल किया जाता है । इसीलिए खेती में फायदा होना तो बनता है।
भारत में हींग की खेती ना होने का क्या कारण है ?
भारत में इसकी खेती नहीं की जाती थी और इसका कारण यह नहीं है कि यहां के लोग इसकी खेती कर नहीं सकते । दरअसल हींग की खेती मुख्य रूप से अफगानिस्तान, ईरान ,इराक तुर्कमेनिस्तान और बलूचिस्तान में होती है । वहां हींग का बीज किसी विदेशी को बीज बेचने पर मौत की सजा तक सुनाई जा सकती है । लेकिन डॉक्टर शर्मा ने बड़ी मुश्किल से रिसर्च के लिए ईरान से इसके बीज मंगवाए हैं।
डाक्टर शर्मा नें बताया है कि वह जल्द की रिसर्च पुरी कर किसानों को इसका बीज मुफ्त में देंगे।

हींग की खेती बीज बेचने पर मौत
If You Like This information Follow us on
Facebook https://www.facebook.com/khetikare/
Instagram https://www.instagram.com/khetikare/?hl=en
Twitter https://twitter.com/KareKheti
बीज बेचने पर मौत हींग की खेती
- 290Shares