Land Aquisition जबरदस्ती किसानों की जमीन अधिग्रहण की कौशिश, किसानों ने काटा बवाल
Land Aquisition उत्तर प्रदेश के महुआ जिले से एक चौकाने वाली खबर सामनें आयी है जहां किसानों की जमीन को जबरदस्ती अधिग्रहण करनें के लिए अधिकारी गांव में पहुच गए तो इस जबरदस्ती जमीन अधिग्रहण के विरोध में किसानों ने जमकर बवाल काटा । दरअसल मामला ही कुछ ऐसा था जहां लाखी राष्ट्रीय राजमार्ग के पास एनएचआई (NHAI ) National Highway Authority Of India द्वारा सड़क चौड़ीकरण के लिए किसानों की जमीन को अधिग्रहित की जानी है ।
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किसानों के अनुसार करीब दो साल पहले जो मुआवजा राशि तय की गई थी वो काफी कम थी । मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर इस पर मार्च 2018 में मुआवजा राशि बढ़ाने की बात की गई जिसकी कोर्ट में सुनवाई 23 सितंबर 2020 को होनी है लेकिन एनएचआई ने सुनवाई से पहले ही बिना कोई मुआवजा दिए जमीन पर अधिग्रहण करना शुरू कर दिया जिससे गुस्साएं किसान सड़कों पर उतर आए और अधिग्रहण का काम रुकवा दिया ।

एक महिला किसान ने कहा कि “फोरलेन का पैसा हम लोगों को नहीं मिला है। प्रशासन लगभग जबरदस्ती चाहते है कि रोड बनाने का पैसा ना दिया जाए ” ।
एक दुसरे ग्रामीण ने कहा कि ” मामला फोरलेन से जुड़ा हुआ है, किसानों को उनका मुआवजा दिए बिना ही भूमि का सरकार जबरदस्ती अधिग्रहण कर रही है । न तो किसानों के खाते में भी रुपया गया न तो किसानों को किसी तरह का कोई मुआवजा मिला ।”

लेकिन शासन प्रशासन अपने दम पर किसानों को प्रताड़ित करने के लिए आज जबरदस्ती फोर्स लगाई गई। किसानों से अधिकारियों द्वारा गालीगलौज किया गया।
किसानों की मांग है कि किसानों का जो उचित मुआवजा है, पहले उनको दिलाया जाए । किसानों के जो भूमि का ये उसका मुआवजा उनके खाते में भेज दें , उसके बाद ही रोड के चौडीकरण का काम किया जाए ।
किसान उलझन में हैं क्या करें या क्या नहीं।
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